गुरुजी की राइटिंग को नहीं पहचानते शिष्य बलवीर
Prayagraj 22 सितम्बर (एजेंसी) महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में एक नया टर्न उस वक़्त आया जब उनके दूसरे शिष्य बलवीर गिरि एक दिन पहले दिए अपने बयान से पलट गए हैं। ज्ञात हो कि नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट को देखकर बलवीर ने मंगलवार को कहा था कि ये गुरुजी की ही राइटिंग है और वे अगले महंत बनने के लिए तैयार हैं। 24 घंटे के अंदर ही बयान से पलटते हुए बलवीर ने अब कह रहे हैं कि वे गुरुजी की राइटिंग को नहीं पहचानते। वहीं महंत बनने के सवाल पर कहा कि इसका फैसला पंच परमेश्वर करेंगे।
सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि की ही राइटिंग
बता दे कि बलवीर गिरि ने दावा किया था कि सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि की ही राइटिंग है। मैंने जो राइटिंग देखी है, वे गुरुदेव नरेंद्र गिरि के हाथ के अक्षर हैं। गुरुदेव ने कभी उनसे कोई परेशानी साझा नहीं की। गुरु जहर पी जाता है, शिष्य का कर्म होता है कि उनके आचरण का अनुसरण करे। नई जिम्मेदारी के लिए मैं तैयार हूं।
बलवीर गिरि अच्छे संत हैं : स्वामी रामरतन गिरि
निरंजनी अखाड़े के महंत सचिव स्वामी रामरतन गिरि का कहना है कि बलवीर गिरि अच्छे संत हैं। वे अखाड़े में महत्वपूर्ण पद पर रहे हैं। वे उत्तराखंड के रहने वाले हैं और 2005 में संत बने थे। वे अभी निरंजनी अखाड़े के उप महंत हैं और हरिद्वार स्थित बिल्केश्वर महादेव मंदिर की व्यवस्थाएं देखते हैं।
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