Ghaziabad News : कोरोना संकटकाल में कामगारों पर बुरा असर हुआ है। शासन ने ऐसे कामगारों को पारंपरिक हुनर तराशने के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना फिर से शुरू की है। जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन केंद्र की ओर से ऐसे कामगारों को छह दिन का प्रशिक्षण देकर कार्य के हिसाब से निश्शुल्क आधुनिक टूल प्रदान की जाएगी।
प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत जिले के राज मिस्त्री, मिट्टी के बर्तन, लोहे का काम, बाल काटने, टोकरी बनाने, मिठाई और लकड़ी के काम के प्रशिक्षण के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं। कोई भी कामगार अपने जिले के जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन केंद्र से संपर्क कर ट्रेनिग ले सकता है। 10 विधाओं में मिलने वाली ट्रेनिग के लिए यह बताना होगा कि उस विधा में कब से काम कर रहे हैं या करना चाहते हैं। जो कामगार जिनकी उम्र 18 साल से ऊपर है वे विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत विभाग की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए अंतिम तिथि 15 मार्च 2021 है।
आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। आवेदक को आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। शैक्षिक योग्यता अनिवार्य नहीं है। पिछले दो वर्षों में आवेदक ने केंद्र या राज्य सरकार से टूलकिट का लाभ न लिया हो। योजना के अनुसार परिवार में पति या पत्नी एक बार ही योजना का लाभ ले सकता है। पात्रता के लिए शपथ पत्र में ऐसे व्यक्ति भी पात्र होंगे, जो परंपरागत जाति से अलग हों। आवेदन को पंरपरागत कारीगरी से जुड़े होने के प्रमाण के रूप में ग्राम प्रधान, निकाय अध्यक्ष व निकाय सदस्य द्वारा प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
संयुक्त आयुक्त उद्योग बीरेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप पारंपरिक कामगारों के हुनर को तराशा जा रहा है। प्रशिक्षण के साथ ही टूल किट दी जाती है। आर्थिक मदद दिलाने के लिए भी प्रयास किए जाते हैं।
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