Ghaziabad News : केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में वेदों के शांतिप्रकरण से शान्ति के वरदान व पण् गोविंद बल्लभ पंत की पुण्यतिथि पर गोष्ठी का आयोजन ऑनलाइन किया गया।यह परिषद का कोरोना काल में 184 वां वेबिनार था। वैदिक विद्वान आचार्य चंद्रशेखर शर्मा ने कहा कि शान्तिकरण के मंत्र शान्ति के अनुपम एवं दिव्य वरदान हैं। हम वेद के मंत्रों का पाठ करते हुए शान्ति के महासागर में मानसिक स्नान करके परमशान्ति प्राप्त कर सकते हैं।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी और वरिष्ठ भारतीय राजनेता, उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमन्त्री व भारत के चौथे गृहमंत्री पंडित गोविन्द बल्लभ पन्त की 60 वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने काकोरी कांड के नायकों का केस लड़ने में सहयोग किया।
गृहमंत्री के रूप में उनका मुख्य योगदान भारत को भाषा के अनुसार राज्यों में विभक्त करना व हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित करना रहा। मुख्य अतिथि आर्य नेता विनोद कालरा ने कहा कि शांति पाठ पढ़ते समय हमारे मन के अंदर जीवन के व्यवहारों को इस प्रकार से करने का संकल्प आना चाहिए जिससे हम अशांति से बच सके और शांति को प्राप्त कर सकें। महामंत्री प्रवीण आर्य,गायिका प्रवीना ठक्करएसुदेश डोगराएकुसुम भण्डारीएमधु खेड़ाए रविन्द्र गुप्ताएडॉ अनुराधा आनन्द आदि भी मौजूद रहे।
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