- वे कहते हैं दामों में बढ़ोतरी कोई नई बात नहीं है
- महिला नेतागण केन्द्रीय मंत्रियों को चूडियाँ तक भेजती थी
- सबके दाम आने वाले दिनों में और बढ़ेगें इस सम्भावना से इंकार नहीं
नई दिल्ली, 18 फरवरी (एजेंसी)। पैट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही रोजाना की बढ़ोतरी नें आम आदमी का बजट हिला कर रख दिया है। और रसोई गैस की कीमतों में एक साथ हुई पचास रूपये की बढ़ोतरी नें तो सबकी कमर ही तोड़ डाली है। यह कहना है दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलिगेट और पर्यवेक्षक दीपक भारद्वाज का। वे कहते हैं दामों में बढ़ोतरी कोई नई बात नहीं है। कांग्रेस की हकूमत में भी कीमतों में बढ़ोतरी होती थी लेकिन रोजाना नहीं होती थी और एक साथ ही इतनी नहीं होती थी। पांच रूपये भी किसी चीज पर बढाये जाते थे तो ये भाजपा वाले गली चौराहों पर धरना प्रदर्शन करते थे। इनकी महिला नेतागण केन्द्रीय मंत्रियों को चूडियाँ तक भेजती थी। लेकिन अब इतनी भारी बढ़ोतरी पर सब चुप्पी साधे हैं। इतना ही नहीं जिस बजट ने इतनी महंगाई बढाई उसकी तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं। दीपक कहते हैं पैट्रोल और डीजल के दाम रोज-रोज बढने से तमाम जरूरी सामान के रेट बढने स्वभाविक हैं।
फल हो या सब्जी अथवा अन्य सामान सबके दाम आने वाले दिनों में और बढ़ेगें इस सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता। दीपक कहते हैं भाजपा ने लोकसभा चुनाव में महंगाई बड़ा मुद्दा बनाया था, बाकायदा नारा दिया था बहुत हुई महंगाई की मार-अबकी बार भाजपा की सरकार। लेकिन अब क्या हुआ महंगाई सारे रिकार्ड तोडती जा रही है। लोग अभी कोरोना की मार से भी नहीं उभर पाए हैं कि बेकाबू महंगाई नें लोगो को जकड़ लिया है। दीपक कहते हैं एक तरफ तो सरकार कहती है कोरोना से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार विभिन योजनायें बना रही है आर लोगो की मदद कर रही हैं दूसरी और गरीबों की जेब पर अनाप-शनाप भार डाल रही है। दीपक भारद्वाज नें केंद्र सरकार से रसोई गैस पर बढाये दाम वापस लेने की मांग की है।