साहिबाबाद, 12 फरवरी (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश जल निगम संघर्ष समिति के बैनर तले जल निगम के कार्यरत कर्मचारियों के संगठनों की ओर से कार्यालय मुख्य अभियन्ता के परिसर में धरना दिया गया। इसमें उप्र जल निगम के समस्त कार्यरत/सेवानिवृत्त कर्मचारियों के संगठनों एवं उनके समस्त सदस्य मौजूद रहे। प्रदर्शन करने वालों की मांग है कि उनको माह सितम्बर, 2020 से पांच माह तक का वेतन एवं पेंशन का भुगतान नहीं किया गया है। इसको तत्काल कराया जाए।
बैनर के तले इन कर्मचारियों ने भुगतान एवं प्रतिमाह नियमित रूप से वेतन/पेंशन का भुगतान ट्रेजरी से कराने के लिए विशाल धरना दिया। इसके अलावा इनकी मांग है कि साल 2016 से बकाया सभी पेंशनरों का तत्काल भुगतान एवं भूखमरी के कगार पर पहुंचें चुके मृतक कार्मिकों के आश्रित परिवार के सदस्यों की वर्ष 2018 से असवैंधानिक रूप से अवरूद्ध अनुकम्पा नियुक्ति तत्काल बहाल की जाए।
उन्होंने धरने के माध्यम से जिलाधिकारी के माध्यम से उक्त समस्याओं के निराकरण हेतु सीएम को संबोधित करते हुए ज्ञापन सौंपा। धरने में उपस्थित समस्त घटक संघों के पदाधिकारियों/वक्ताओं ने अपनी सभी मांगों को लेकर कहा। प्रदर्शन करने वालों का कहना था कि यदि उप्र जल निगम प्रशासन हमारी मांगों को तत्काल पूरा नहीं करता है तो उप्र जल निगम संघर्ष समिति आने वाले समय में आन्दोलन करेंगी।
यह भी कहा गया कि जल निगम प्रशासन की नाकामी के फलस्वरूप शासन द्वारा निरन्तर जल निगम के काम छीन कर अन्य अयोग्य संस्थाओं से कराने की कोशिश की जा रही है, चूँकि जल निगम कार्य मद से अर्जित सेन्टेज पर निर्भर रहता है इसलिए जल निगम की वर्तमान वित्तीय स्थिति के लिए पूर्णतः जल निगम प्रशासन जिम्मेदार है, जिसका खामियाजा जल निगम का प्रत्येक कर्मचारी/अधिकारी एवं उसका परिवार भुगत रहा है। यह स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि कर्मचारी अपने बच्चों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का भार भी नहीं उठा पा रहा है।
आन्दोलन में उप्र जल निगम संघर्ष समिति के जनपद संयोजक इं विक्रम सिंह, सहसंयोजक इं बबलू कुमार, उपमहामंत्री, इं अजय कुमार, सुभाष शर्मा, नवीन भरतवाल, नीरज शर्मा, श्रीपाल शर्मा, प्रेम सिंह कुशवाह उपस्थित रहें।
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