गाजियाबाद 22 फरवरी (एजेंसी) शिवशक्ति धाम डासना में इस्लामिक जिहाद को लेकर आयोजित पहले दो दिवसीय राष्ट्रीय सर्वधर्म अधिवेशन का रविवार को समापन हो गया। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज की अध्यक्षता में हुए अधिवेशन में आयोजन में हिन्दू, ईसाई, यहूदी, बहाई, जैन, सिक्ख व बौद्ध धर्मगुरुओं ने भाग लिया। यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि इस्लामिक जिहाद से मानवता की रक्षा के लिये अब सामूहिक प्रयास करना अनिवार्य हो गया है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो आने वाले समय में भारत भी अफगानिस्तान, पाकिस्तान, सीरिया, इराक व लेबनान की तरह सड़ी हुई लाशों व टूटे भवनों का देश बनकर रह जायेगा। उन्होंने विश्व को बचाने के लिये संयुक्त अभियान चलाने का आह्वान किया और कहा कि इस विषय को लेकर शिवशक्ति धाम डासना विश्व धर्म संसद का आयोजन करेगा जिसमे दुनिया के सभी शीर्षस्थ धर्मगुरुओं को आमंत्रित किया जाएगा।
जगदगुरू शंकरचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि धीरे धीरे सम्पूर्ण विश्व के धर्मगुरु जिहाद के समक्ष दयनीय समर्पण करते जा रहे हैं। अगर कुछ दिन और यही स्थिति रही तो सम्पूर्ण विश्व के दो तिहाई हिस्से पर इस्लाम के जिहादियों का कब्ज हो जाएगा। अधिवेशन में भारत के सर्वोच्च यहूदी धर्मगुरु ईज़किल इसाक मालेकर, जैन मुनि आचार्य लोकेश, आध्यात्मिक गुरु पवन सिन्हा, अंतरराष्ट्रीय ध्यान गुरु दीपांकर, एईसाई धर्मगुरु फादर पितर टीटो, बहाई समुदाय के ए के मर्चेंट, सरदार ओंकार सिंह नरूला, सरदार रविरंजन सिंह, सरदार सतविंदर सिंह, स्वामी शून्य, कर्नल टी पी एस त्यागी; कर्नल अजयवीर सिंह, कर्नल एल के शाह, कर्नल ओमवीर त्यागी, कर्नल सत्यपाल सिंह, नेवी कमांडर भूषण धवन, मेजर विवेक सिंह, कैप्टन राजीव शर्मा, कारगिल योद्धा बाबा परमेंद्र आर्य आदि भी मौजूद रहे।