सूर्य का द्वितीय भाव में फल | Sun in Second House in Hindi
जन्मकुंडली का दूसरा भाव (Second House of Birthchart) सामान्यत: जातक के धन को प्रदर्शित करता है। कुंडली के दूसरे भाव से ही पता चलता है कि जातक अपने जीवनकाल में कितना धन, वैभव, स्थाई संपत्ति अर्जित करेगा। आइए जानते हैं कुंडली के दूसरे भाव में विराजमान सूर्य (Sun in Second House) जातक को कैसा फल प्रदान करते हैं।
द्वितीय भाव में विराजमान सूर्य (Sun in 2nd House) बनाता जातक को अमीर
जन्मकुंडली का द्वितीय भाव में विराजमान सूर्य (Sun in 2nd House) जातक को बहुत अमीर बना सकते हैं यदि जातक आस्थावान, और ईश्वर में विश्वास करने वाला होता है तो दूसरे घर में विराजमान सूर्य जातक को बहुत अच्छा फल प्रदान करते हैं। ऐसे जातक अपने जीवन काल में हर प्रकार के वैभव जैसे गाड़ी, मकान और चल और अचल सम्मति प्राप्त करते हैं।
कई कामों दक्षता देता है दूसरे घर का सूर्य (Surya in Second House)
दूसरे घर में विराजमान सूर्य (Surya in Second House) शुभ होने पर जातक को कई कामों में दक्षता प्रदान करते हैं, ऐसे जातक एक समय में कई प्रकार के कार्यों में दक्ष हो जाते हैं और धनालाभ करते हैं। जन्मकुंडली के दूसरे भाव में विराजमान सूर्य कई बार जातक को चित्रकला या किसी प्रकार के आर्ट के काम में भी दक्षता प्रदान करते हैं और ऐसे जातक अपने जीवन काल में अत्याधिक मान सम्मान और यश की प्राप्ति करते हैं।
सरकार से अकूत धन भी दिलाता है दूसरे घर में विराजमान सूर्य (Surya in 2nd House)
कुंडली के दूसरे खाने में विराजमान सूर्य (Surya in 2nd House) शुभ होने पर जातक को अच्छे वाहन और घर का संकेत भी देते हैं। कई बार ऐसे जातक सरकार या सरकारी कामों से भी अकूत धन अर्जित करते हैं। ऐसे जातक तांबा, सोना या पीतल आदि धातुओं के व्यापार से भी पैसा बना सकते हैं।
दूसरे भाव का अशुभ सूर्य (Surya Dusre Ghar main) जातक को देते हैं मुख के रोग
दूसरे खाने में विराजमान सूर्य (Surya Dusre Ghar main) अशुभ होने पर जातक को कई बार बुरा परिणाम भी देते हैं। ऐसे जातकों को धन संचय में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। यहां विराजमान सूर्य अशुभ होने पर जातक को चेहरे या मुख के रोग भी प्रदान करते हैं। ऐसे जातक जिनकी कुण्डली में दूसरे घाने में विराजमान सूर्य अशुभ प्रभाव में हो तो जातक अपनी बात दूसरे के सामने रखने में झिझक महसूस करता है और ऐसे जातकों को परिवार में भी असंतोष का सामना करना पड़ता है।
दूसरे खाने में सूर्य (Surya in 2nd House ) वाले जातक को हो सकते हैं पेट के रोग
जिन जातकों की कुंडली के दूसरे खाने (Surya in 2nd House ) में सूर्य विराजमान होते हैं ऐसे जातकों के मामा लोग काफी समृद्ध होते हैं। सूर्य की यह स्थिति आपकी बेटी के ससूराल पक्ष की खुशहाली को भी प्रदर्शित करती है। सूर्य की यह स्थिति जातक को अच्छा परिवार के संकेत तो देती है लेकिन ऐसे जातकों को अपने खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। द्वितीय भाव में विराजमान सूर्य कई बार जातक को पेट संबंधित कई प्रकार की बिमारी प्रदान करते हैं। ऐसे जातकों के जीवनसाथी का स्वास्थ्य जीवन के मध्यकाल में उदासीन रह सकता है।
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